पेरियार ई० वी० रामास्वामी नायकर का परिनिर्वाण
पेरियार ई० वी० रामास्वामी नायकर के अनमोल वाक्य…..
ब्राहमण आपको भगवान के नाम पर मूर्ख बनाकर अन्धविष्वास में निष्ठा रखने के
लिये तैयार करता है और स्वयं आरामदायक जीवन जी रहा हैं तथा तुम्हे अछूत कहकर निंदा करता है। देवता की प्रार्थना करने के लिये दलाली करता है।
मैं इस दलाली की निंदा करता हूँ तथा आपको भी सावधान करता हूँ कि ऐसे ब्राहमणों का विश्वास मत करो। ब्राहमणों से मेरी यह विनती है कि अगर आप हमारे साथ मिलकर नहीं रहना चाहते तो, आप भले ही जहन्नुम में जायें, कम से कम हमारी एकता के रास्ते में मुशीबतें खडी करने से दूर हो जाओ।
ब्राहमण सदैव ही उच्च एवं श्रेष्ठ रहने का दावा कैसे कर सकता है? समय बदल गया है। अब उन्हे नीचे आना होगा तभी वे आदर से रह पायेगें, नहीं तो एक दिन उन्हे बलपूर्वक और देशाचार के अनुसार ही ठीक होना होगा !
-पेरियार ई० वी० रामास्वामी नायकर
पेरियार ई० वी० रामास्वामी नायकर के परिनिर्वाण दिवस 24 दिसंबर के अवसर पर उन्हें आदरांजली सहित कोटि कोटि नमन !

Very good
thanks