क्रांतिज्योति माता सावित्री बाई फुले की याद में (03 जनवरी “शिक्षिका दिवस”)
03 जनवरी माता सावित्रीबाई फुले जयंती
माता सावित्रीबाई फुले अपने विवाह के समय तक अनपढ़ थी ! विवाह होने बाद उनके पति ज्योतिराव फुले ने उन्हें पढ़ाया था ! वे भारत की प्रथम पढ़ी-लिखी महिला थी ! माता सावित्रीबाई फुले देश की प्रथम महिला स्कूल की संस्थापिका भी थी और देश की प्रथम अध्यापिका भी वही थी ! इस प्रकार महिलाओ की शिक्षा के द्वार खोलने वाली देश की प्रथम महिला माता सावित्रीबाई फुले ही थी !
बच्चों को स्कूल में पढ़ाने के लिए सावित्रीबाई फुले एक साड़ी पहनकर और एक साड़ी थैले में रख कर घर से निकलती थी क्योंकि उनकी एक साड़ी को रास्ते में मनुवादी लोग कीचड़ फेंककर गंदा कर देते थे ! जिसे वे स्कूल में जाकर बदल लेती थी और तब बच्चों को पढ़ाती थी ! माता सावित्रीबाई फुले ने मनुवादियों द्वारा दी गई मुसीबतें सहन करना तो मंजूर किया किंतु उन्होंने अपने स्वाभिमान को कभी किसी मनुवादी के हाथों बिकने नहीं दिया !
आज 03 जनवरी को “शिक्षिका दिवस” एवं माता सावित्रीबाई फुले जयंती के अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं मंगलकामनाएं तथा माता सावित्रीबाई फुले को उनके जन्म दिवस पर करोड़ों बार सलाम !
जय ज्योतिबा, जय सावित्री, जय भीम, जय कांशीराम, जय संविधान !
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